मोक्शा आइलैंड का रहस्य: तेलुगू वेब सीरीज़ का ओटीटी पर धमाकेदार आगमन

moksha island:

रिलीज़ डेट: 20 सितंबर 2024
स्टारकास्ट: नंदू, प्रिया आनंद, अशुतोष राणा, अक्षरा गौड़ा, सोनिया अग्रवाल
निर्देशक: अनिश योहान कुरुविला
प्रोड्यूसर: राम अचंता, गोपी अचंता
प्लेटफॉर्म: डिज़्नी प्लस हॉटस्टार
रेटिंग: 2.75/5

20 सितंबर, 2024 को मोक्शा आइलैंड का रहस्य नामक तेलुगू वेब सीरीज़ ने डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर अपनी जगह बनाई। यह सीरीज़ एक रहस्यमय द्वीप पर घटने वाली घटनाओं पर आधारित है। प्रमुख कलाकारों में नंदू, प्रिया आनंद, सोनिया अग्रवाल, अशुतोष राणा, और अक्षरा गौड़ा शामिल हैं। अनिश योहान कुरुविला के निर्देशन में बनी यह सीरीज़ सस्पेंस और थ्रिलर से भरी हुई है। आइए जानते हैं, यह सीरीज़ दर्शकों पर कितना प्रभाव छोड़ती है।

कहानी:

मोक्शा नामक एक निजी द्वीप के मालिक, वैज्ञानिक विश्वक सेन (अशुतोष राणा), की अचानक मृत्यु हो जाती है। उनकी मौत के बाद, उनके द्वारा छोड़ी गई संपत्ति का वारिस बनने के लिए कुछ अजनबी मेहमानों को द्वीप पर बुलाया जाता है। बुलाए गए लोगों में से अधिकतर एक-दूसरे से अनजान हैं और यह सब विश्वक की वसीयत का हिस्सा है।

विश्वक की दूसरी पत्नी माया (अक्षरा गौड़ा) इन मेहमानों की मेज़बानी करती है, लेकिन जल्द ही यह साफ हो जाता है कि इस द्वीप पर सब कुछ सामान्य नहीं है। मेहमानों का अचानक गायब होना और उनकी रहस्यमयी हत्याएं सभी को हैरान कर देती हैं। वेंकट (नंदू) और अन्य लोग समझने की कोशिश करते हैं कि इस द्वीप पर आखिर हो क्या रहा है। क्या विश्वक वाकई मर चुका है या यह सब एक चाल है?

प्रदर्शन:

सीरीज़ के मुख्य कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। नंदू ने अपने किरदार को मजबूती से पेश किया है, वहीं प्रिया आनंद की भूमिका में एक अप्रत्याशित मोड़ देखने को मिलता है। प्रिया का अभिनय बेहद सहज और प्रभावी है।

अशुतोष राणा अपने गंभीर और रहस्यमय किरदार में फिट बैठते हैं। रोशन कनकला एक नकारात्मक किरदार में नज़र आते हैं और उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को चौंकाया है। सोनिया अग्रवाल और अक्षरा गौड़ा ने भी अपनी भूमिकाओं को सशक्त तरीके से निभाया है।

सकारात्मक पक्ष:

सीरीज़ की सबसे बड़ी ताकत इसकी रहस्यमयी कहानी है, जो दर्शकों को बांधे रखती है। पहले कुछ एपिसोड काफी तेज़ गति से आगे बढ़ते हैं और सस्पेंस का अच्छा निर्माण करते हैं। निर्देशक ने पहले भाग को बहुत ही दिलचस्प तरीके से पेश किया है, जिससे दर्शकों का उत्साह बना रहता है।

सिनेमैटोग्राफी और म्यूज़िक भी सीरीज़ की ताकत हैं। द्वीप की रहस्यमयी सुंदरता को अच्छी तरह से कैप्चर किया गया है, जिससे कहानी और अधिक जीवंत लगती है।

नकारात्मक पक्ष:

हालांकि शुरुआती एपिसोड मज़ेदार हैं, लेकिन बीच के कुछ एपिसोड में कहानी धीमी हो जाती है। कुछ पात्र और दृश्य अनावश्यक लगते हैं, जो कहानी को ज़रूरत से ज़्यादा लंबा खींचते हैं। इसके अलावा, कुछ दर्शक निजी दृश्यों को परिवार के साथ देखने में असहज महसूस कर सकते हैं, जो कहानी में कोई खास योगदान नहीं देते।

अंतिम दो एपिसोड में कहानी की पकड़ थोड़ी ढीली हो जाती है, जहां और भी सस्पेंस और रोमांच की उम्मीद थी। लेखन में थोड़ा और ध्यान दिया जा सकता था, जिससे सीरीज़ का अंत और प्रभावशाली हो सकता था।

तकनीकी पक्ष:

अनिश योहान कुरुविला का निर्देशन अच्छा है, लेकिन आखिरी एपिसोड को और ज्यादा कसावट के साथ पेश किया जा सकता था। सिनेमैटोग्राफर नवीन यादव का काम शानदार है और द्वीप के दृश्यों को बेहतरीन ढंग से फिल्माया गया है। संगीतकार शक्तिकांत कार्तिक का बैकग्राउंड स्कोर कहानी में थ्रिल और सस्पेंस को बढ़ाने में मदद करता है।

निष्कर्ष:

कुल मिलाकर, मोक्शा आइलैंड का रहस्य एक अच्छी कोशिश है लेकिन यह केवल कुछ हिस्सों में ही काम करती है। कहानी में रोमांच और सस्पेंस तो है, लेकिन इसे और ज्यादा मज़बूत और तेज़ गति से प्रस्तुत किया जा सकता था। यदि आप मिस्ट्री थ्रिलर के फैन हैं, तो इसे एक बार देख सकते हैं, लेकिन यह सीरीज़ आपको पूरी तरह से बांधे रखने में कामयाब नहीं होती।

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